छुट्टा जानवरों के नुकसान से उड़ी किसानों की नींद : ग्रामीणों ने गोवंशों को गोशाला भिजवाने की माँग
Kunwar Diwakar Singh
Thu, Oct 9, 2025
महसी, बहराइच। अच्छी उपज की खातिर मंहगे दामों में खरीदे गये खाद-बीज व धान रोपाई के समय लागत से टूटे किसानों की फसलें अब छुट्टा मवेशी चट किये जा रहे हैं। भले ही शासन स्तर से किसानों की फसलों को बचाने व गोवंशों की सुरक्षा को दृष्टिगत रख चारे-पानी की व्यवस्था के साथ ही आवश्यकतानुसार गोशालाओं का निर्माण कराया गया हो, परंतु यह व्यवस्था भी यहाँ नाकाफी साबित हो रही है। तहसील महसी मुख्यालय के निकट ग्राम पंचायत जोतचाँदपारा स्थित कस्बा महराजगंज के उत्तरी छोर पर दर्जनों गोवंश अलग-अलग झुंडों में इमामगंज की नहर शाखा (चतुर्थ खंड) की पटरी पर भोर होते ही डेरा जमा लेते हैं। रात होते ही वे किसानों के खेतों में धावा बोल देते हैं, खरीफ की अन्य फसल के साथ ही पकने के करीब आ चुकी खासकर धान की फसल का काफी नुकसान हो रहा है। फसलें बचाने के लिए किसानों द्वारा लगाये गये कटीले तार व बाँस-बल्ली भी खेतों में आने वाले इन गोवंशों को रोक पाने में नाकाम सिद्ध हो रहे हैं। वहीं इनके झुंडों में बड़ी सींघों वाले सांड़ों से कई बार चोट खाये भयभीत किसान रात भर जाग कर खेतों की रखवाली करने को विवश हैं। हालांकि ग्राम प्रधान द्वारा करीब डेढ़ वर्ष पूर्व दर्जनों मवेशियों को गौरियाघाट पुल के करीब से बाहर गोशालाओं में शिफ्ट कराने की जानकारी मिली थी, फिर भी इन गोवंशों का संख्या बल कम होने का नाम नहीं ले रहा है, जिससे विशेष रूप से छोटे कृषकों को चिंता खाये जा रही है कि उनका परिवार कैसे पलेगा। कस्बा महराजगंज व आसपास के गांवों के ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से अविलंभ उक्त गोवंशों को अन्यत्र कहीं गोशाला में भिजवाये जाने की माँग की है।
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