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: शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह का बलिदान दिवस मनाया गया

भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के ब्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला
नानपारा, बहराइच। शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह जी के 92वें बलिदान दिवस पर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी बलहा के तत्वाधान मे शहीद सम्मान दिवस कार्यक्रम लखीमपुर में बंजारन टाडा निवासी शहीद किसान सरदार दलजीत सिंह के निवास पर ब्लॉक अध्यक्ष एहसान वारिस की अध्यक्षता में मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत शहीद भगत सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके एवं सामूहिक शैल्यूट देकर किया गया। इस दौरान मुख्य रूप से शामिल कांग्रेस नेता विनय सिंह ने कहा कि भगत सिंह सिर्फ अतीत नही बल्कि भविष्य भी हैं। उन्होंने जनपद के किसान आन्दोलन के दौरान देश व समाजहित में शहीद किसानों को शहीद का दर्जा दिए जाने के लिए शासन व प्रशासन से मांग की। संचालन ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रामदीन गौतम ने किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में बच्चा बच्चा को भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु बनकर देश व समाज में ब्याप्त चुनौतियों से निपटना होगा। कांग्रेस कमेटी सहकारिता विभाग के अध्यक्ष राम नरेश यादव ने कहा कि आज ही के दिन भगत सिंह, सुखदेव और शिवराम हरि राजगुरु जैसे क्रांतिकारियों को भी फांसी दी गई थी। जो हमारे लिए प्रेरणा है। अपने अध्यक्षीय संबोधन में एहसान वारिस ने कहा कि शहीद भगत सिंह ग्राम बंगा जिला लायलपुर के अपने देशभक्त पिता सरदार किशन सिंह के लाडले थे तथा सुखदेव लुधियाना पंजाब के रामलाल थापर के होनहार पुत्र थे। साथ ही शिवराम हरि राजगुरु खेडा (राजगुरु नगर) पूना महाराष्ट्र निवासी श्री हरि नारायण राजगुरु के कुलदीपक थे। इस अवसर पर शहीद किसान सरदार दलजीत सिंह के परिजनों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में सरदार जगजीत सिंह, सरदार राजदीप सिंह, सरदार कश्मीर सिंह, सरदार हरविंदर सिंह, अर्जुन गौतम सहित कई लोगों ने अपने-अपने विचार ब्यक्त करते हुए भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के कृतित्व व ब्यक्तित्व पर प्रकाश डाला।

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