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खेत की रखवाली कर रहे वृद्ध दम्पति को भेड़िये ने नोच-नोच कर मार डाला : ग्रामीणों में आक्रोश, एसडीओ की गाड़ी को किया क्षतिग्रस्त

Kunwar Diwakar Singh

Tue, Sep 30, 2025

कैसरगंज/फखरपुर, बहराइच। रात में खेत की रखवाली कर रहे वृद्ध दंपति को भेड़िए ने नोच नोच कर मार डाला। सुबह दोनों के शव पाए गए। इसके बाद गांव में हड़कंप मच गया। घटना कैसरगंज के मझारा तौकली के मजरा प्यारेपुरवा की है। जहां खेत की रखवाली कर रहे बुजुर्ग पति-पत्नी को हिंसक जानवर ने मार डाला। उनके शव सुबह झोपड़ी के पास मिले। हमलावर जानवर ने शरीर को बुरी तरह क्षत-विक्षत कर दिया था। ग्रामीणों में इस घटना को लेकर आक्रोश है। मंगलवार की सुबह खेदन का लड़का जब अपने पिता के पास प्यारेपुरवा स्थित खेत पहुंचा तो वहां का नजारा देख दंग रह गया। खेत की रखवाली के लिए बनाई गई झोपड़ी के पास माता-पिता दोनो के शव पड़े हुए थे। तस्वीरें बता रहीं हैं कि हमलावर जानवर ने बुरी तरह से दोनो पति-पत्नी पर आक्रमण किया होगा क्योंकि पेट फटा हुआ है और हाथ गायब है। भिरगूपुरवा निवासी खेदन 80 वर्ष प्यारेपुरवा स्थित अपने खेत की रखवाली करने के लिए खेत किनारे बनी झोपड़ी में रहते थे। सोमवार की रात उनकी पत्नी मनकिया 75 वर्ष उनको खाना देने गई तो बातचीत में शायद ज्यादा रात हो गई और वह भी वहीं सो गई। देर रात कब हिंसक जानवर आया और उसने इन दोनों पर हमला कर दिया। यह गांव का कोई भी नहीं जान सका। सूचना पर जब मौके पर एसडीओ राशिद जमील पहुंचे तो ग्रामीणों ने एसडीओ की गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया। इस घटना को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। सूचना पर फारेस्ट की टीम पहुंची तो लोंगो ने उसे खदेड़ दिया। वन कर्मियों ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचायी। कैसरगंज क्षेत्र में इस वर्ष हुई घटनाओं में अब तक 6 मौते हो चुकी है और 16 लोग घायल हैं। जिनमे अधिकतर को सरकारी मुआवजा भी मिल चुका है।

आक्रोशित ग्रामीणों ने मृतकों के शवों को उठाने से किया इन्कार

भेड़िए के आतंक से त्रस्त आ चुका मंझारा तौकली के ग्रामीणों में बहुत ही गुस्सा व्याप्त है। दो दिन पूर्व ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणाओं के बाद भी ऐसी घटना दोबारा होने के बाद पीड़ित क्षेत्रवासी ग्रामीणों में गुस्सा और भी बढ़ गया है। जिसके कारण वह किसी भी दशा में समझौता न करने की स्थिति को अपना रहे हैं और गांव में वन विभाग की टीम को न घुसने के लिए पूरी तरह से घेराबंदी कर मृतकों के शव को उठाने नहीं दे रहे हैं।

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