ब्रेकिंग

महिलाओं व बालिकाओं को आत्मरक्षा, सरकारी योजनाओं एवं हेल्पलाइन नंबरों की दी गई जानकारियां

थाना प्रभारियों को जाँच कर निस्तारित करने हेतु किया आदेशित

पारम्परिक गीतों के साथ छठ मईया का विधिवत पूजन-अर्चना कर किया व्रत का समापन

आयोजित होने वाले विविध कार्यक्रमों का श्रीगणेश बच्चों की प्रभात फेरी से होगा

कूटरचित दस्तावेज व वीजा बनाकर 36 लाख रूपये ठगे

Ad

: बेपटरी हो गई स्वास्थ्य सेवाएं

Admin

Fri, Mar 31, 2023

जिला चिकित्सालय में अनियमितताओं का बोलबाला
पूर्व सांसद व प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष ने जिलाधिकारी को लिखा पत्र
डीएम द्वारा जांच के लिए तीन सदस्यतीय जांच कमेटी गठित
श्रावस्ती। सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद भी स्वास्थ्य सेवाएं ढर्रे पर आती नहीं दिख रही। इनके अपने ही अब स्वास्थ्य सेवाओं पर सवालियां निशान उठाने लगे है। पूर्व सांसद भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष तथा भिनगा के निवर्तमान विधानसभा प्रत्याशी पदमसेन चौधरी ने श्रावस्ती के जिला चिकित्सालय भिनगा में चल रहे फर्जीवाडा को लेकर जिलाधिकारी को पत्र लिखा है। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर आख्या देने के निर्देश दिए है। प्रदेश उपाध्यक्ष ने अपने लगाये गए आरोपों में कहा है कि जिला चिकित्सालय भिनगा में अनियमितताओं की भरमार है। चिकित्सक व अधीक्षक भी समय पर नहीं आते है तथा अधिकतर समय शराब के नशे में डूबे रहते है। मरीजों को गुणवत्तापूर्ण भोजन व दवाईयां नहीं मिल पा रही है। अस्पताल में उपयोग के लिए खरीदी जा रही सामग्री में बगैर टेंडर अपने चहेतों को आपूर्ति का आदेश देकर धन की लूट की जा रही है। खरीदी गई सामग्री की वास्तविक मूल्य एवं खरीद मूल्य में कई गुना अंतर आया है तथा यह भी कहा है कि जिम्मेदारों ने अपने चहेतों को बिना खुली निविदा कराये 50 लाख की सामग्री मंगाई है और उसका भुगतान भी करने की फिराक में है। मामले में निविदा प्रक्रिया, खरीदी गई सामग्री की गुणवत्ता व वास्तविक मूल्य की जांच कराकर दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं पूर्व सांसद व प्रदेश उपाध्यक्ष द्वारा लगाये गए आरोपों के चलते जिलाधिकारी नेहा प्रकाश द्वारा तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है। जांच कमेटी में अपर जिलाधिकारी न्यायिक, डिप्टी कलेक्टर आशुतोष कुमार व सहायक लेखाधिकारी महेश कुमार श्रीवास्तव जिला विकास कार्यालय शामिल है। डीएम ने जांच कमेटी को निर्देश दिया है कि जांच कर अपनी रिपोट प्रस्तुत करें। मामले में जब मुख्य चिकित्साधिकारी श्रावस्ती के मोबाइल पर उनका पक्ष जानने के लिए सम्पर्क किया गया तो उनसे सम्पर्क नहीं हो सका।

विज्ञापन

विज्ञापन

जरूरी खबरें